मिडिया में मामला उजागर होने के बाद जागा प्रशासन,गांव में पहुंचकर घर घर जाकर लोगो को दी दवाईया
सत्यखबर, इं
ये था पूरा मामला इंद्री उपमंडल के 32 गांव से होकर गुजर रही धनौरा ड्रेन में पिछले कइ्रं सालों से लगातार यमुनानगर से फैक्टरियों द्वारा जहरीला कैमिकल पानी छोड़ा जा रहा है। जिसकों लेकर डबकौली गांव में बीजेपी सरकार के नेताओं के झूठे आश्वासनों से खफा गांव तथा आसपास के कईं गांवों के ग्रामींणो ने धनौरा ड्रेन में चल फैक्टरियों द्वारा छोडे जा रहे जहरीले वे कैमिक्लयुक्त पानी को रोकने की मांग को लेकर रविवार को पूरे गांव मेंं भारतीया तिरंगा हाथो में लेकर एक शांति मार्च रविवार को निकालते हुए नदी के पुल तक पहुंचकर अपना रोष प्रकट किया। इस मौके पर ग्रामींणो ने सरकार को धनौरा ड्रेन से गंदे जहरीले पानी को राकने को लेकर एक हफ्ते अल्टीमेंटम देते हुए कहा कि अब उन्हे आश्वासन नही चाहिए बल्कि तुरंत प्रभाव से इस ड्रेन से छोड़ा जाना बंद होना चाहिए। अगर 7 दिनों के अंदर अंदर पानी धनौरा ड्रेन से बंद नही कराया गया तो वो लोग ड्रेन में मिट्टी डालकर इसे बंद कर देंगे। और ये प्रदर्शन उग्र रूप भी धारण कर लेगा। और वो भूख हड़ताल पर भी बैठने से पीछे नही हटेंगे। जिसकी जिम्मेदार कर्सी पर काबिज क्षेत्रीय नेता होंगे। इस दौरान ग्रामींणो ने सरकार के स्वच्छ भारत अभियान के बारे में कहा कि एक ओर जहां प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी गंगा नदी को स्वच्छ करने के लिए करोड़ो रूपए खर्च कर रहे हैं। वहीं उनके मंत्री विधायकों की नाक के नीचे क्षेत्र में धनौरा ड्रेन में गंदा जहरीला पानी फैकटरियों द्वारा बेरोकटोक छोड़ा जा रहा है।